वर्ना तो कब गिरफ्तारी हुई है भगदड़ में मौतें होने से ? पिछले दिनों ही भोले बाबा के हाथरस समागम में मची भगदड़ में एक नहीं दो नहीं 116 जानें चली गई थी ! बाबा से पूछताछ भर हुई और क्लीन चिट दे दी गई कि बेचारे श्रद्धालुओं की अंध भक्ति ने बलि ले ली उनकी ! भारत में मंदिरों एवं अन्य धार्मिक आयोजनों के दौरान भगदड़ होने से बड़ी संख्या में लोगों की मौत की घटनायें होती रहती हैं. महाराष्ट्र के मंधार देवी मंदिर में 2005 के दौरान हुई भगदड़ में 340 श्रद्धालुओं की मौत और 2008 में राजस्थान के चामुंडा देवी मंदिर हुई भगदड़ में कम से कम 250 लोगों की मौत ऐसी ही कुछ बड़ी घटनायें थी. हिमाचल प्रदेश के नैना देवी मंदिर में भी 2008 में ही धार्मिक आयोजन के दौरान मची भगदड़ में 162 लोगों की जान चली गई थी. क्या कभी किसी को गिरफ्तार किया गया ? देवता को तो गिरफ्तार करने से रहे ! परंतु बाबाओं को भी हाथ नहीं लगा सके !
राजनीतिक सभाओं-रैलियों में भगदड़ से , रोड जाम होने से होने वाली मौतों के मामले में क्या अब नेताओं को भी गिरफ्तार किया जाएगा ? विगत दिनों में ही राहुल अखिलेश की प्रयागराज में चुनावी सभा में भगदड़ मची थी, कई घायल हुए थे ! अगरचे कोई मौत होती तो क्या राहुल अखिलेश को गिरफ्तार किया जाता ?
एक घटना, जिसकी नज़ीर अल्लू को जमानत दिलाने के लिए हाई कोर्ट में पेश भी की गई, काबिले गौर है. जनवरी 2017 में, अपनी फिल्म 'रईस' के प्रमोशन के लिए, सुपरस्टार शाहरुख खान ने एक एक्सप्रेस ट्रेन से सफर करने का फैसला किया था. जब ट्रेन वडोदरा स्टेशन पर पहुंची, तो स्टेशन पर 1000 से ज्यादा लोगों की भीड़ आ गई, जिससे भगदड़ मच गई. इससे एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे. शाहरुख खान के खिलाफ एक शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें कहा गया कि भगदड़ के लिए वह जिम्मेदार है क्योंकि उन्होंने भीड़ पर टी-शर्ट और स्माइली बॉल फेंकी थी. गुजरात उच्च न्यायालय ने भगदड़ के लिए शाहरुख खान के खिलाफ दर्ज की गई शिकायत को खारिज कर दिया था, जबकि एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने उच्च न्यायालय के आदेश को बरकरार रखा था. अल्लू के वकील ने इस बात पर जोर दिया कि शाहरुख खान को भगदड़ के लिए जिम्मेदार नहीं माना गया था. उन्हें कोर्ट ने बरी कर दिया था. बावजूद इसके कि उन्होंने भीड़ से सीधे तौर पर बातचीत की थी और सामान फेंका था, जिसके कारण कथित तौर पर अफरातफरी मची थी. वहीं, अल्लू अर्जुन के वकील ने कोर्ट में तर्क दिया कि संध्या थिएटर की घटना के दौरान एक्टर तो भीड़ से मिले ही नहीं थे.
तो सवाल है अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार क्यों किया गया ? ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि तेलंगाना राज्य के सीएम रेवंत रेड्डी अपने रिश्तेदार की बेटी स्नेहा रेड्डी के सुपर हीरो पति काे बड़ी पब्लिसिटी देना चाहते थे ताकि 'पुष्पा 2: द रूल' के दूसरे हफ्ते के कलेक्शन में बढ़त आ सके. हालांकि सोशल मीडिया पर तो कुछ और ही सूंघा जा रहा है जिसका लब्बोलुबाब यही है कि पुष्पा 2 की सफलता के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में अल्लू अर्जुन स्टेज पर रेवंत रेड्डी का नाम ही भूल गए !
खैर, जो भी हो, कुछ तो है जिसकी पर्दादारी है क्योंकि इस तथ्य को तो नहीं नकारा जा सकता कि आठवें दिन से बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में कमी आने लगी थी.
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